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Gold Kitne Parkar Ka hota Hai! गोल्ड कितने प्रकार का होता है! 18 कैरेट 22 कैरेट और 24 कैरेट गोल्ड में क्या अंतर होता है! किस प्रकार से गोल्ड के आभूषणों का रेट निकाला जाता है! आज हम यहां पर गोल्ड के बारे में बहुत सारी बातें जानेंगे!
सोना यानी की गोल्ड! एक ऐसी धातु है जिसका प्रयोग लोग इन्वेस्टमेंट और ज्वेलरी बनवाने के लिए करते हैं! गोल्ड काफी महंगा होता है! इसलिए इसके बारे में लोगों को जानना जरूरी होता है! कई बार कम जानकारी से उन्हें नुकसान भी हो जाता है! क्योंकि सोना एक ऐसी चीज है जिसमें अगर मिलावट कर दी जाए तो उसके बाद थोड़ी सी मिलावट में भी बहुत सारा नुकसान हो जाता है! आज हम जानेंगे कि गोल्ड कितने प्रकार का होता है और कौन सा गोल्ड किस काम में प्रयोग किया जाता है!
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भारत में सबसे ज्यादा गोल्ड का उत्पादन कहां होता है! India me sabse jyada gold kis state me paya jata hai!
भारत में सबसे ज्यादा गोल्ड कर्नाटक में पाया जाता है! वहीं पर इसका सबसे ज्यादा उत्पादन होता है!
Gold Kitne Parkar Ka hota Hai
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गोल्ड कितने प्रकार का होता है! सोना कितने प्रकार का होता है! Gold kitne parkar ka hota hai!
गोल्ड यानी सोना मुख्य तीन प्रकार का होता है! 24 कैरेट 22 कैरेट और 18 कैरेट का गोल्ड अलग-अलग प्रकार का होता है इनकी शुद्धता अलग-अलग होती है! हालांकि 14 कैरेट 12 कैरेट और 10 कैरेट का गोल्ड भी होता है!
24 कैरेट 22 कैरेट और 18 कैरेट गोल्ड में क्या अंतर होता है!
24 कैरेट गोल्ड:- 24 कैरेट गोल्ड को 100% शुद्ध गोल्ड माना जाता है! यह 99.99 शुद्ध होता है! बहुत सारे लोग भारत में इन्वेस्टमेंट करने के लिए गोल्ड खरीदते हैं! ताकि महंगा होने पर उसे बेचा जा सके! इस प्रकार के लोग जो इन्वेस्टमेंट को ध्यान में रखकर गोल्ड खरीदते हैं! वह 24 कैरेट का गोल्ड खरीदते हैं! क्योंकि इस गोल्ड में किसी प्रकार की मिलावट नहीं होती है! क्योंकि इससे आभूषण नहीं बने होते हैं! इसलिए खरीदने पर इस पर आभूषण बनाने का खर्च नहीं जोड़ा जाता है! जिससे यह दूसरे गोल्ड से सस्ता पड़ता है! 24 कैरेट गोल्ड रेट बहुत ज्यादा मुलायम होता है! अगर इस सोने के आभूषण बना दिया जाए तो वह काफी मुलायम बनेंगेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेे!जिससे उनका डिजाइन खराब हो जाएगा! वह जल्दी मुड़ जाएंगे!इसलिए 24 कैरेट गोल्ड के आभूषण नहीं बनाए जाते हैं!
22 कैरेट गोल्ड :- 22 कैरेट गोल्ड का प्रयोग आभूषण बनाने में किया जाता है! यह 100% शुद्ध नहीं होता है! यह 91.6 % शुद्ध होता है! इसमें बाकी मेटल की मिलावट की जाती है! क्योंकि शुद्ध गोल्ड से ज्वेलरी नहीं बन सकती है! इसलिए ज्वेलरी बनाने के लिए इसमें मिलावट की जाती है!
18 कैरेट गोल्ड :- 18 कैरेट गोल्ड ज्यादा मिलावट होती है! इसलिए यह 24 कैरेट और 22 कैरेट गोल्ड से सस्ता होता है! इसका प्रयोग ज्यादातर इस प्रकार की ज्वेलरी बनाने में किया जाता है! जहां पर हमें ज्वेलरी में कोई अन्य चीज को जुड़वाना होता है! जैसे कि अगर हम अपने सोने की ज्वेलरी में कोई नग पत्थर को जुड़वाना चाहते हैं! उस कंडीशन में 18 कैरेट गोल्ड से ही आभूषण बनाए जाते हैं! क्योंकि 18 कैरेट गोल्ड में मिलावट के जरिए चिपकने वाली चीज( नग, पत्थर हीरा, डायमंड ) की पकड़ को मजबूत बनाया जाता है! 18 कैरेट गोल्ड में 25% मिलावट की जाती है! यह 75% शुद्ध होता है!
24 कैरेट 22 कैरेट और 18 कैरेट गोल्ड का भाव!
जैसा की हमने बताया कि 24 कैरेट गोल्ड बिल्कुल शुद्ध होता है!जबकि 22 कैरट गोल्ड 91. 6 शुद्ध होता है और 18 कैरेट गोल्ड 75% शुद्ध होता है! इसी आधार पर इनका भाव भी रहता है! उदाहरण के लिए अगर 24 कैरेट गोल्ड का रेट ₹49000 है! तो 22 कैरेट गोल्ड का प्राइस ₹47000 होगा और 18 कैरेट गोल्ड का भाव 41 हजार से 42 हजार के आसपास मिलेगा!
गोल्ड कितने प्रकार का होता है और कौन सा गोल्ड कितने प्रतिशत शुद्ध होता है!
24 कैरेट 22 कैरेट 20 कैरेट 14 कैरेट 12 कैरेट और 10 कैरेट गोल्ड के प्रकार होते हैं! 24 कैरेट गोल्ड 99.99 % शुद्ध होता है 22 कैरेट गोल्ड 91.6 प्रतिशत शुद्ध होता है 18 कैरेट गोल्ड 75% शुद्ध होता है! 14 कैरेट गोल्ड 58.3 प्रतिशत शुद्ध होता है! 12 कैरेट गोल्ड 50% शुद्ध होता है! 10 कैरेट गोल्ड 41.7 प्रतिशत शुद्ध होता है!
1 तोला सोना कितने ग्राम सोना होता है!
एक तोला सोना को अगर ग्राम में बदला जाए तो यह 11.66 ग्राम होता है! यानी की 1 तोला = 11.66 ग्राम! हालांकि कुछ लोग एक तोला को 12 ग्राम सोना भी बताते मिलेंगे और कुछ लोग एक तोला को 10 ग्राम भी मानते हैं! मगर सही में बिल्कुल एक्यूरेट 11.66 ही होता है!
सोने के आभूषणों का रेट कैसे तय किया जाता है! गोल्ड के आभूषणों का रेट कैसे निकाला जाता है!
जब भी हमें गोल्ड के आभूषण खरीदने होते हैं तो उसके लिए कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है! क्योंकि गोल्ड काफी महंगा होता है! इसलिए छोटी से छोटी बात यहां पर बड़ा नुकसान कर देती हैं मान लीजिए कि आप गोल्ड के आभूषण खरीदना चाहते हैं तो सबसे पहले आप यह निश्चित करें कि आप किसी ऐसी बड़ी दुकान से खरीदे जहां की विश्वसनीयता हो! ज्यादातर लोग अपने आसपास से आभूषण खरीद लेते हैं! जहां से वह पहले से ही खरीदते आ रहे हैं! लेकिन यहां पर ज्यादातर मिलावट की संभावनाएं होती हैं!
गोल्ड के आभूषण बनाने का चार्ज! Gold Making Charge
सबसे पहले आप पर यह निश्चित करें कि आप कितने कैरेट में आभूषण खरीदना चाहते हैं! या किस प्रकार का गोल्ड आपको खरीदना है! मान लीजिए कि जैसे कि सभी 22 कैरेट गोल्ड से बने आभूषण खरीदते हैं! पहले आप दुकानदार से यह जरूर पूछें की बनाई का चार्ज क्या है! यानी कि आभूषण मेकिंग चार्ज कितना है!आमतौर पर यह 10% से 20% तक भी लिया जाता है! मगर 10% चार्ज को ही सही माना जाता है! इससे ज्यादा अगर कोई चार्ज करता है तो आप उससे मोलभाव कर सकते हैं!
कई बार यह इस चीज पर भी निर्भर करता है कि सोने का भाव क्या चल रहा है!उदाहरण के लिए मानलीजिये गोल्ड का भाव ₹50000 प्रति 10 ग्राम चल रहा है! तो यहां पर अगर दुकानदार आप से 10% मेकिंग चार्ज लेता है तो वह ₹5000 हो जाता है! जबकि अगर सोने का भाव 30 हजार रुपए प्रति 10 ग्राम चल रहा है तो फिर 10% के हिसाब से मेकिंग चार्ज ₹3000 हो जाएगा! हो सकता है कि सोना सस्ता होने की वजह से दुकानदार आभूषण बनाने का चार्ज 10% के बजाय 12% या 15% लेना शुरू कर देते हैं! क्योंकि दोनों ही सूरत में गोल्ड सस्ता हो या महंगा हो बनाने का खर्चा उतना ही होता है! इसलिए आप भी ज्यादा महंगा भाव होने पर मेकिंग चार्ज 10% से कम करवा सकते हैं!
सोने के आभूषण पर पॉलिश का चार्ज!
इसके अलावा आभूषण बनाने पर पोलिस का खर्चा भी जोड़ा जाता है! इसलिए यह बातें पहले से जान लें कि कौन सा दुकानदार कितने प्रतिशत आभूषण पर पोलिस का खर्चा जोड़ रहा है!
सोने के आभूषणों पर जीएसटी कितना लगता है!
सोने के आभूषणों पर 3% जीएसटी सरकार द्वारा बनाए गए नियम के आधार पर लागू होता है! इसलिए जब भी आप गोल्ड से बने आभूषण लेंगे तो उस पर दुकानदार 3% जीएसटी जोड़ता है!
सोने के आभूषणों पर हॉलमार्क मोहर लगवाने का खर्चा कितना लगता है!
जब भी आप किसी दुकानदार से गोल्ड सामने आभूषण लेते हैं तो होल मार्क की मोहर भी लगवानी चाहिए! इसका खर्च ₹35 होता है! आप कितने भी महंगे आभूषण ले लीजिए! सरकार द्वारा यह नियम बनाया गया है कि सिर्फ ₹35 लेकर कोई भी दुकानदार होलमार्क की मोहर लगा देगा! हालांकि कुछ दुकानदार हो सकता है यह चालाकी करें कि अगर आप ज्यादा महंगे भाव के आभूषण लेते हैं!तो वह प्रतिशत के हिसाब से या फिर किसी और आधार पर होलमार्क का चार्ज ज्यादा ले! मगर सरकार द्वारा ₹35 लेने का ही नियम है!
सोना खरीदते समय पक्का बिल जरूर बनवाएं!
गोल्ड को लेकर सरकार लगातार नियम बदलती रहती है! आने वाले समय में या इस समय भी कई बार इस प्रकार की परेशानी हो जाती है! मान लीजिए कि अगर आप के आभूषण चोरी हो जाते हैं या कई बार लोग गोल्ड से बने आभूषण को बैंक लॉकर में रख देते हैं! कई बार इस प्रकार की घटनाएं भी होती हैं कि वहां से वह चोरी हो जाते हैं! इस प्रकार की चीजों के लिए फिर पक्के बिल की आवश्यकता पड़ती है! इसलिए अगर जिनके पास पक्का बिल नहीं होता फिर उनके लिए मुश्किल हो जाती है! इसलिए गोल्ड के आभूषण खरीदते समय पक्का बिल जरूर बनवाए!
आने वाले समय में पक्का बिल जरूरी हो जाएगा! क्योंकि गोल्ड रखने का नियम सख्त बनते जाएंगे! जिस गोल्ड का आपके पास बिल होगा आप उतना ही गोल्ड रख पाएंगे! इससे ज्यादा का गोल्ड रखने पर हो सकता है आपके खिलाफ कानूनी कार्यवाही हो! इसके अलावा बिल बनवाने का यह भी फायदा है कि अगर आपके गोल्ड में किसी प्रकार की मिलावट होती है तो आप बिल के आधार पर यह क्लेम कर सकते हैं!
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